नशे की गिरफ्त में नाबालिग, राहगीरों पर हमले से फैली दहशत
झांसी में नशे के आदी नाबालिग बच्चों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीती रात शहर के एक प्रमुख चौराहे पर इन बच्चों ने एक मजदूर पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे उसका सिर फूट गया। इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस वारदात के दौरान पास में तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान मूकदर्शक बने रहे और किसी ने मजदूर को बचाने की कोशिश तक नहीं की।
खून से लथपथ मजदूर, सिलोचन का नशा करते बच्चे सीसीटीवी में कैद
इस हमले की तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई हैं। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि मजदूर खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ है, जबकि नाबालिगों का गिरोह सिलोचन के ट्यूब से नशा कर रहा है। राहगीरों के चीखने-चिल्लाने के बावजूद कोई भी मदद के लिए सामने नहीं आया।
पीड़ित मजदूर ने सुनाई आपबीती
घायल मजदूर संजीव ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह काम से लौट रहा था, तभी नशे में धुत्त इन नाबालिगों ने उसे घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने उसके पास रखे पैसे और मोबाइल भी छीन लिए। संजीव ने कहा, “मैंने बचाने के लिए गुहार लगाई, लेकिन वहां खड़े पुलिसकर्मी भी तमाशा देखते रहे।”
पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि नशे के आदी इन नाबालिगों का आतंक पिछले कुछ समय से बढ़ता जा रहा है, लेकिन पुलिस इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। झांसी की सड़कों पर अब लोग डर के साये में जी रहे हैं।
शहर में बढ़ते नशे के खतरे से लोग डरे
झांसी में सिलोचन और अन्य नशीले पदार्थों की आसानी से उपलब्धता ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है। नशे की गिरफ्त में आए ये नाबालिग अब राहगीरों के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने अब भी कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
प्रशासन कब उठाएगा ठोस कदम?
इस घटना के बाद शहर के लोग डरे हुए हैं। सवाल ये है कि क्या झांसी पुलिस इन नशेड़ी बच्चों पर शिकंजा कसने के लिए ठोस कदम उठाएगी या फिर आम लोगों को अपनी सुरक्षा खुद ही करनी पड़ेगी? प्रशासन की चुप्पी पर जनता ने कड़ी नाराजगी जताई है। झांसी पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रिपोर्ट = गौरव साहू