झांसी के रक्सा गांव में चंद्रशेखर आजाद के वंशज का बयान
झांसी के रक्सा गांव में क्रांतिवीर चंद्रशेखर आजाद के वंशज अमित आजाद तिवारी ने अपनी दादी जगरानी देवी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर उन्होंने देश के इतिहास और शहीदों के बलिदान को याद किया और देशवासियों को उनके त्याग और संघर्ष से प्रेरणा लेने की बात कही।
दादी के समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि, शहीदों के बलिदान को किया नमन
अमित आजाद तिवारी ने अपनी दादी के समाधि स्थल पर सिर झुकाकर कहा कि उनके परिवार का इतिहास देश की आजादी के संघर्ष से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि उनके पूर्वजों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं, और यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इस पवित्र स्थल पर आकर श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला।
औरंगजेब के मुद्दे पर दिया बड़ा बयान
पुष्पांजलि के बाद अमित आजाद तिवारी ने औरंगजेब के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की जा रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग औरंगजेब का समर्थन कर रहे हैं, वे देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं।
अमित आजाद तिवारी ने कहा:
“जो लोग औरंगजेब का समर्थन कर रहे हैं, वह देश के साथ कुठाराघात कर रहे हैं। ऐसे लोगों का मैं पुरजोर विरोध करता हूं। औरंगजेब जैसे क्रूर शासक का नाम और निशान हमारे देश से पूरी तरह मिटा देना चाहिए। सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।”
सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग
अमित आजाद तिवारी ने साफ कहा कि औरंगजेब जैसे शासक, जिसने निर्दोष लोगों का खून बहाया, उसका महिमामंडन देश के वीर शहीदों का अपमान है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि औरंगजेब के नाम से जुड़े सभी विवादित चिन्हों और प्रतीकों को तुरंत हटाया जाए।
देश को तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
अमित आजाद तिवारी ने कहा कि देश के सम्मान और शहीदों के बलिदान को किसी भी हाल में कम नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे प्रतीकों को समय रहते नहीं हटाया गया, तो यह देश के इतिहास और संस्कृति के लिए घातक होगा।
रिपोर्ट : गौरव साहू, झांसी