बुलडोजरों के साथ अनोखी विदाई: झाँसी में देखने को मिला शाही नज़ारा
“बन जाए जो चर्चा-ए-आम, वही है असली अंदाज-ए-ख़ास!”
शादियों में आपने हेलीकॉप्टर से दूल्हे की एंट्री देखी होगी, लग्जरी कारों के काफिले देखे होंगे, और कभी-कभी बैलगाड़ी या घोड़ों पर विदाई भी सुनी होगी। लेकिन झाँसी के रक्सा में जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था।
20 फरवरी को झाँसी के आज़ाद नगर निवासी मुन्नीलाल यादव के बेटे राहुल की शादी करिश्मा से हुई। विदाई का दिन आया, माहौल भावुक था, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई चौंक गया! अचानक समारोह स्थल पर एक-एक कर दर्जनभर बुलडोजर पहुँच गए। जो जहां खड़ा था, वहीं ठिठक गया—क्या ये कोई सरकारी कार्रवाई है? लेकिन जब सच सामने आया तो हर कोई मुस्कुराए बिना नहीं रह सका। ये बुलडोजर किसी अवैध निर्माण गिराने नहीं, बल्कि दुल्हन को विदा करने आए थे!
जैसे ही बुलडोजरों की कतार में दुल्हन का काफिला निकला, राह चलते लोग हैरान रह गए। जिसने भी देखा, कैमरे निकालकर वीडियो बनाने लगा और देखते ही देखते यह विदाई ‘बुलडोजर वाली शादी’ के नाम से वायरल हो गई।
दूल्हे के चाचा रामकुमार यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में “बाबा का बुलडोजर” एक पहचान बन चुका है और चूँकि उनके पास भी कई बुलडोजर हैं, इसलिए उन्होंने शादी को ऐतिहासिक बनाने के लिए यह अनोखा अंदाज चुना।
झाँसी की इस शादी ने एक नया ट्रेंड सेट कर दिया है। कौन जानता है, आने वाले दिनों में ‘बुलडोजर विदाई’ नया शाही ट्रेंड बन जाए!
“लोगों की शादियों के जलवे भी निराले होते हैं,
कभी घोड़े, कभी हेलीकॉप्टर, कभी बुलडोजर वाले होते हैं!”
रिपोर्ट = गौरव साहू