झाँसी: पत्नी को लेने आया दामाद बना आग का गोला, दर्दनाक मौत से ससुराल में मचा कोहराम
झाँसी के पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम सेसा में बुधवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। पत्नी को मायके से वापस ले जाने आए युवक ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। 95 प्रतिशत जल चुके युवक को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
पति-पत्नी के बीच था गहरा विवाद
मृतक युवक विनोद वर्मा (35) झाँसी जिले के चिरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम पहाड़ी का रहने वाला था। उसकी शादी कुछ साल पहले पूजा वर्मा से हुई थी। लेकिन दांपत्य जीवन में कलह बढ़ने के कारण पूजा पिछले दो महीने से अपने मायके, ग्राम सेसा, में रह रही थी। विनोद बार-बार उसे वापस चलने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पूजा ने हर बार इनकार कर दिया।
आग में जलता हुआ भागा युवक
बुधवार रात, विनोद एक बार फिर अपनी पत्नी को मनाने के लिए ससुराल पहुंचा। लेकिन जब पूजा ने उसके साथ जाने से मना कर दिया, तो गुस्से और निराशा में उसने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला और खुद को आग लगा ली। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वह चीखते-चिल्लाते हुए घर के बाहर भागा। देखते ही देखते वह आग का गोला बन गया।
पुलिस और एम्बुलेंस ने पहुंचाया अस्पताल
घरवालों और पड़ोसियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक विनोद बुरी तरह झुलस चुका था। सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और उसे मोठ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। लेकिन 95 प्रतिशत जलने के कारण डॉक्टर उसे बचा नहीं सके और कुछ ही घंटों में उसने दम तोड़ दिया।
ससुराल में पसरा मातम, पुलिस कर रही जांच
इस घटना के बाद सेसा गांव में मातम छा गया। मृतक के परिजन इस घटना के लिए ससुराल पक्ष को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जबकि पूजा और उसके परिवार का कहना है कि यह विनोद का खुद का फैसला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
आत्महत्या या हत्या? उठ रहे सवाल
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या विनोद ने गुस्से में खुद को आग लगाई, या फिर किसी उकसावे की वजह से उसने यह कदम उठाया? पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
गांव में दहशत, रिश्तों में बढ़ती खटास का उदाहरण
यह घटना सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि उन रिश्तों की हकीकत भी बयां करती है, जहां आपसी तनाव चरम पर पहुंचकर खौफनाक अंत ले लेता है। ऐसे मामलों में परिवार और समाज को संवाद और समाधान की ओर बढ़ना चाहिए, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।
रिपोर्ट = गौरव साहू