गर्दनीबाग में जुटे छात्र
पटना में बीपीएससी की 70वीं पीटी को रद्द करवाने के लिए छात्रों ने एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले खान सर और गुरु रहमान के नेतृत्व में छात्र फिर से गर्दनी बाग पहुंचे हैं। खान सर कुछ देर बाद गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचेंगे। इनके कोचिंग के छात्र प्रदर्शन में शामिल है। इधर, प्रदर्शन को देखते हुए पटना में बीजेपी और जेडीयूऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जनवरी के महीने में भी छात्रों ने परीक्षा रद्द करवाने के लिए कई दिनों तक प्रदर्शन किया था, लेकिन अब तक बीपीएससी ने छात्रों की मांग नहीं मानी है।
30 जनवरी को छात्रों ने बिहार लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया था। इसके बाद पुलिस ने 350 प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थीं और चार लोगों को गिरफ्तार किया था। 30 लोगों को हिरासत में भी लिया गया था।
चिराग पासवान भी परीक्षा रद्द कराने के पक्ष में
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने की मांग का समर्थन कर चुके हैं।। चिराग ने कहा था कि उन्हें परीक्षा में ‘बड़े पैमाने पर अनियमितताओं’ के बारे में अपने करीबी रिश्तेदारों से पता चला, जो परीक्षा देने वाले चार लाख अभ्यर्थियों में शामिल हैं। हाजीपुर से सांसद चिराग ने कहा था, “मेरे परिवार के कई सदस्यों, मेरी भतीजी और एक भतीजे ने भी परीक्षा दी थी। मैंने उनसे चौंकाने वाली चूक के बारे में जाना है।” पासवान ने कहा कि उन्हें बताया गया कि ‘कई केंद्रों पर, प्रश्नपत्र पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं थे। इसलिए, इन्हें आधिकारिक तौर पर परीक्षा शुरू होने के बाद छापा गया। कुछ ही समय बाद, ये प्रश्नपत्र व्हाट्सएप और‘एक्स’ जैसे सोशल मीडिया मंचों पर सभी के लिए उपलब्ध हो गए।
22 केंद्रो पर दोबारा हुई परीक्षा
केंद्रीय मंत्री ने इन शिकायतों पर ध्यान नहीं दिए जाने के लिए बीपीएससी अधिकारियों की आलोचना की थी और पूछा था कि अगर आयोग को इतना यकीन था कि सब कुछ ठीक है, तो उसने एक केंद्र के लिए फिर से परीक्षा का आदेश क्यों दिया? दिसंबर में बिहार के 911 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गयी थी, जिसमें बापू परीक्षा केंद्र भी शामिल है, जहां 12,000 अभ्यर्थियों को फिर से परीक्षा देने का आदेश दिया गया था। पासवान इस बात से हैरान थे कि इस महीने की शुरुआत में ‘22 केंद्रों पर’ दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी।